कोरोना मै बच्चों को क्लासरूम में ड्रिप

 कोरोना से हाहाकार चीन मै क्लासरूम में ड्रिप 

चीन में बच्चों की तबीयत खराब होने के बावजूद उन्हें क्लासरूम में ड्रिप लगाकर पढ़ाया जा रहा है

चीन में कोरोना से हालात बेकाबू हो गए हैं। ब्लूमबर्ग ने चीन की नेशनल हेल्थ कमीशन के हवाले से बताया है कि मंगलवार को यहां एक दिन में 3 करोड़ 70 लाख केसेस सामने आए थे। हालांकि, सरकारी आंकड़ों में इस दिन सिर्फ 3 हजार केस ही बताए गए। रिपोर्ट के मुताबिक, इस महीने के शुरुआती 20 दिनों में 24 करोड़ 80 लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं। इसके पहले जनवरी में एक दिन में 40 लाख कोरोना मरीज मिले थे।

 मरीजों के साथ मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। हैरानी की बता ये है कि चीन में लाशों को स्टोर करने की जगह तक नहीं बची है। यहां क्रीमिटोरियम में शवों का जलाया तो जा रहा है, लेकिन धुआं शांत होने से पहले ही कई और शव यहां लाए जा रहे हैं। इसके चलते श्मशानों में 20 दिन की वेटिंग है। क्योंकि जब तक शव पूरी तरह से जल नहीं जाते तब तक उसी जगह पर दूसरे शवों को नहीं जलाया जा सकता है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लोगों को अस्थियां लेने के लिए भी वेट करना पड़ रहा है। उन्हें टोकन दिए जा रहे हैं। इन टोकन पर नंबर लिखे हुए हैं। लोग अपने परिजनों की अस्थियां लेने अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। हालात इतने खराब हैं कि एक तरफ अस्पतालों में लाशों का अंबार लगा हुआ है, तो दूसरी तरफ सरकार मरने वालों का आंकड़े छुपा रही है। राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी हाल की स्थिति पर चुप्पी साधे हुए हैं।

चीन में कोरोना प्रतिबंधों में ढील के बाद वहां संक्रमण की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है। जीरो-कोविड पॉलिसी खत्म होने के बाद केसेस में भारी इजाफा हो रहा है। हालात इतने गंभीर हैं कि अस्पतालों के सभी बेड भरे हैं। दवाएं नहीं हैं, जहां हैं भी वहां लंबी लाइन लगानी पड़ रही है।

बीजिंग में श्मशानों में 24 घंटे अंतिम संस्कार किए जा रहे हैं। हालात इतने बदतर हो चुके हैं कि अंतिम संस्कार के लिए वेटिंग 2000 तक पहुंच गई है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि चीन में कोरोना केस दिनों नहीं, बल्कि घंटों में दोगुने हो रहे हैं।

बच्चों को पीपीई किट पहनाया जा रहा है।
अमेरिकी साइंटिस्ट और महामारी विशेषज्ञ एरिक फेगल-डिंग ने सोशल मीडिया पर चीन के चौंकाने वाले वीडियोज शेयर किए हैं। इनमें अस्पतालों, श्मशानों और मेडिकल स्टोर्स के हालात चिंताजनक दिखाई पड़ रहे हैं। उन्होंने कोरोना पर बड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि 90 दिन में चीन की 60% आबादी और दुनिया के 10% लोग कोरोना से संक्रमित होंगे। करीब 10 लाख मौतों की आशंका है।
लोगों को फर्श पर अपना इलाज कराना पड़ रहा है।    
 दुनिया में बढ़े, भारत में घट रहे

दुनियाभर में जहां कोरोना केस बढ़े हैं, वहीं भारत में एक्टिव मामलों की संख्या में तेजी से कमी आ रही है। भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) के मुताबिक 20 दिसंबर को सुबह 8 बजे तक की स्थिति में देश में कुल 3490 एक्टिव कोरोना केस बचे थे।

स्वास्थ्य मंत्री ने 19 दिसंबर को संसद में बताया था कि भारत में वैक्सीनेशन का आंकड़ा 220 करोड़ को पार कर चुका है। यह संख्या कोरोना की सभी उपलब्ध वैक्सीन की पहली, दूसरी और प्रिकॉशन डोज को मिलाकर है। देश में 18 जनवरी 2021 को दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू किया गया था।

 देश में कोरोना के खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार अलर्ट पर है। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्य सरकारों को लेटर भेजा है। इसमें लिखा है कि देश में कोरोना की रफ्तार धीमी है, लेकिन हमें आने वाली चुनौती के लिए पहले से ही तैयार रहना चाहिए। मंत्रालय ने सभी राज्यों को निर्देश दिया है कि ध्यान रखें कि ऑक्सीजन की सप्लाई में कमी न आए। साथ ही वेंटिलेटर और ऑक्सीजन सप्लाई की मशीनें दुरुस्त रखी जाएं।

इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा कि चीन, जापान, साउथ कोरिया, हांगकांग और थाईलैंड से आने वाले यात्रियों के लिए RT-PCR टेस्ट जरूरी होगा। यदि इन देशों के किसी भी यात्री में कोविड-19 के लक्षण पाए जाते हैं या टेस्ट पॉजिटिव पाया जाता है तो इन लोगों को क्वारैंटाइन किया जाएगा।

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